तनाव कम करने के उपाय

आज  की  इस भाग दौड़  भरी  ज़िंदगी  में  हर  कोई  तनाव से झुज रहा हैं।आज हर  क्षेत्र में प्रतियोगिता चल रही हैं,  जिसका  कारण हैं कि एक  छोटे  से  बच्चे  से  लेकर  बड़े बुजुर्ग  व्यक्ति  तक  के  जीवन  में   भी  बहुत  तनाव मचा हुआ  हैं।  इस  तनाव  के  अनेक  कारण  हो  सकते  हैं, जैसे बच्चों  के  लिए  पढाई, तो  बड़ों  के  लिए  उनकी  परवरिश, घर  संभालने  की  जिम्मेदारियाँ, परिवार  में आपसी कलेश,  ऑफिस  या  व्यापार  की  चिंता आदि।  आज की इस दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं हैं, जिसको तनाव ना हो।

अर्थात्  कोई  भी ऐसा  इन्सान यह  नहीं  कह  सकता हैं  कि  वह  चिंता  मुक्त  और  तनाव  रहित  जीवन  जी  रहा  हैं।

तनाव का होना बहुत अच्छी बात हैं लेकिन एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह बहुत खतरनाक हो सकता हैं।जब भी कभी तनाव आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में परेशान करने लगता हैं तभी दिक्कत आने लगती हैं।जिस भी व्यक्ति को तनाव  रहता हैं उसको इलाज के लिए किसी  व्यक्ति से सलाह लेनी चाहिए।आपको यह बात भी याद रखनी होगी कि यह कोई शर्म की बात नहीं हैं और यह ना ही कोई पागलपन या कोई बीमारी हैं,बल्कि ऐसा कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता हैं।

लाइफ स्टाइल एक्सपर्ट  का मानना हैं कि, स्ट्रेस से शरीर की सुंदरता को भी नुकसान पहुंचता हैं।यही वजह हैं कि सेहत, सौंदर्य और खुशी के लिए तनाव दूर किया जाना बेहद जरूरी होता हैं। 

तनाव क्या होता हैं?

तनाव या डिप्रेशन यह एक प्रकार के हि मानसिक विकार हैं। आप किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग़ पर हावी हो जाने के बाद आपकी  मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता हैं।आपका  मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी ख़ुशी के मौक़े प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता हैं।

इसे हि  तनाव की स्थिति कही जा सकती हैं। 

लेकिन जब आप तनाव में मुस्कुराते हैं तब उन में से केवल 4 का उपयोग करते हैं। ऐसे में अधिक कार्य का अर्थ हैं कि अधिक तनाव।तनाव आपकी मुस्कान को भी गायब कर देता हैं।आपकी बॉडी लेंग्वेज, मानसिक स्थिति और शारीरिक तंत्र की उर्जा का संकेत दे देती हैं।

ऐसे कुछ लोग हैं जिन्हें तनाव की खास वजह मालूम होती हैं और कुछ लोगों को तनाव कि कोई खास वजह भी मालूम 

नहीं होती हैं। 

तनाव मुक्त करने के लिए व्यायाम जरूर करें।

रिलैक्स करने की तकनीक सीखें और उसे अपने जीवन में अपनाएं।

मेडिटेशन,प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन, गाइडेड इमेजरी,ब्रीदिंग एक्सरसाइज याने गहरी सांस लेना जैसे व्यायाम को अपनी रोजाना जिंदगी में शामिल करें।योग एक पॉवरफुल रिलैक्सेशन टेकनीक हैं और इसे स्ट्रेस-बस्टर भी कहां जाता हैं।

तनाव से मुक्ति का उपाय मेडिटेशन करें। 

ये एक प्राचीन युक्त से चला आ रहा हैं और सदियों में लोग मानसिक तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेते हैं।वास्तव में ऐसा कहा जाता हैं कि यह दवा की तरह काम करता हैं और नियमित रूप से कई सालों तक मेडिटेशन किया जाए तो व्यक्ति के अंदर मानसिक तनाव से निपटने की क्षमता बढ़ जाती हैं।इसलिए मन शांत रखने के लिए हर व्यक्ति को मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। 

तनाव दूर करने का तरीका सांस लेना और छोड़ना।

आपने यह ध्यान दिया होगा कि जब कोई व्यक्ति अधिक मानसिक तनाव में होता हैं तो उसे तेजी से सांस लेने और छोड़ने के लिए कहा जाता हैं।

जब भी कभी आपको तनाव हो तो कम से कम पांच बार तेज सांस ले और छोड़ें। संभव हो तो कुछ देर तक सांस रोक कर रखें और फिर छोड़ें।ये प्रक्रिया कई बार दोहराएं और ऐसा करने से तनाव गायब हो जाएगा।

बहार टहलने जाएं

डॉक्टर का कहना हैं कि तनाव से आराम और तुरंत तरोताजा होने के लिए 10 मिनट की सैर से बेहतर कुछ नहीं हैं, पार्क या गार्डेन में हरी घास पर टहलने से आपका तनाव दूर होगा और आप अच्छा महसूस करेंगे।

तनाव दूर करने के लिए कुछ मनपसंद करें।

तनाव से मुक्ति का उपाय म्यूजिक सुनना।

अलग-अलग तरह के मनोवैज्ञानिक कारणों से भी व्यक्ति को मानसिक तनाव होता हैं।जिससे निपटने के लिए सकारात्मक चीजों की तरफ ध्यान लगाना पड़ता हैं।इसलिए कहते हैं संगीत सुनना एक बेहतर विकल्प हैं।यह आपके तनाव को दूर करने का काम करता हैं।व्यक्ति के पसंद का म्यूजिक मानसिक तनाव से राहत दिलाता हैं।

ऐसा कहते हैं खुलकर हंसने से दूर हो जाता हैं मानसिक तनाव।

अध्ययनों में ऐसा पाया गया हैं कि खुलकर हंसने से मानसिक तनाव पैदा करने वाले शरीर और मस्तिष्क के रसायनों में बदलाव होता हैं जिसके कारण मन ठीक रहता हैं। खुश रहने के लिए आप  जोर से और खुलकर हंसने के लिए कॉमेडी फिल्म, शो या अन्य वीडियो देखे और सुन सकते हैं।हंसने के लिए अखबारों के चुटकुले, कॉमिक्स पढ़ें या कामेडी क्लब ज्वाइन कर लें और यह याद रखें आप जितना ज्यादा हंसेगें, मानसिक तनाव आपसे उतना ही ज्यादा दूर रहेगा। 

गुब्बारा फुलाना 

तनाव की अवस्था में गुब्बारा फुलाना सुनने में भले ही अटपटा लगे,लेकिन खुद को खुश करने के लिए कुछ मनपसंद करें।तनाव दूर करने के लिए यह वर्कआउट हैं,इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुंचता हैं और रक्त संचार भी ठीक हो जाता हैं।

सोशल नेटवर्क के द्वारा दोस्तों से जुड़े रहे।

अपने स्कूल फ्रेंड्स, कॉलेज फ्रेंड्स से लेकर दफ्तर के साथियों के साथ संपर्क में रहें।इसके अलावा किसी संगठन में शामिल होकर या किसी तरह से सहायता कर अपना सोशल नेटवर्क बनाएं रखें। जिससे जरूरत पड़ने पर लोग आपका साथ दें और आपकी समस्या सुनें।

तनाव मुक्त करने के लिए कौन कौन सी चीजों को खाना चाहिए।

प्रॉपर रूटीन फॉलो करें

आप कोशिश करें कि हमेशा एक प्रॉपर रूटीन को फॉलो कर सकें।समय से सोएं, समय से खाएं व ऑफिस में भी समय पे जाएँ और वर्किंग हॉर्स खत्म होते ही घर जाएँ।आप यदि समय से अपना काम करने कि आदत डालेंगें तो ऐसे में आपको अपना मन-पसंद काम करने के लिए कुछ स्पेशल टाइम मिलेगा।इसलिए प्रॉपर रूटीन को जरूर फॉलो करें। 

तनाव कम करने के लिए मैग्नीशियम ।

यह आपके अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवनशक्ति के लिए बहुत ही आवश्यक होता हैं।मैग्नीशियम को मानसिक तनावरोधी के रूप में भी जाना जाता हैं। आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी से व्यक्ति मानसिक तनाव की समस्या मैं पढ़  जाता हैं और अनिद्रा का भी शिकार हो जाता हैं।इससे निपटने के लिए आपको मैग्नीशियम युक्त फल,सब्जियां और मैग्नीशियम के सप्लिमेंट्स खाने चाहिए।

सबके साथ मिलकर लें भोजन का आनंद।

तनाव दूर करने के लिए सबके साथ मिलकर भोजन करें चाहे वह घर हो या ऑफिस।इससे आपको काम से आराम भी मिल जाएगा और लोगों के साथ भी हंसी मजाक कर मन भी प्रसन्न हो जाएगा।

तनाव दूर करने के लिए सकारात्मक सोचें।

आपको टेंशन मुक्त रहने के लिए सकारात्मक सोच रखनी होगी‌।इस के साथ ही आपको हर पहलू में नकारात्मक भाव रखने की अपेक्षा सकारात्मक भाव रखने होंगे।तभी आप टेंशन से दूर रह पाएंगे,अन्यथा नहीं तो टेंशन ऐसी चीज हैं जो मरते दम तक पीछा नहीं छोड़ती हैं।

समस्या को  स्वीकार  करना  सीखें ।

आप  अगर किसी  बुरी या कठिन परिस्थिति  में  फंस  गए हैं तो उससे दूर भागने  के  बजाय  उसे  स्वीकार  करें और  उसका  सामना  करके  उसे  ख़त्म करने की कोशिश  करें।इस  प्रकार आप परेशानियों का  सामना  करने  से आपके अन्दर  कठिनाइयों  से  लड़ने  की  शक्ति मिलेंगी, आपका  आत्मबल  बढ़ेगा  और  आपके  अंदर  सकारात्मकता  आएगी। जिससे भविष्य में आने वाली परेशानियों  के  प्रति आप अडिग खड़े  रहेंगे और इनके  प्रति  आपका  तनाव  भी  कम  होगा।

जरूरत पढ़ने पर दुसरो से सहायता लें।

ऐसे में कई दफा दूसरों के साथ अपनी समस्या को शेयर करने से समाधान मिल जाता हैं। इसलिए अपने परिवार या करीबी दोस्तों और पड़ोसियों से मदद मांगने से न डरें। आपको अगर तनाव और चिंता बनी रहती हैं, तो अपने डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं।

स्ट्रेस लेकर आप अपनी हालात को न बिगाड़े।

जब भी आप किसी कारण वश तनाव में हो तो उस बारे में शांति से सोचें और उसका रास्ता निकालें।तनावपूर्ण स्थितियों को बिगड़ने का मौका न दें।अगर घर के सदस्यों को लेकर कोई टेंशन हैं तो पारिवारिक समस्या  हैं तो बातचीत से ही हल निकले न कि टेंशन लेने से।

पर्याप्त नींद करें

आप अगर रात में अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो दिनभर थका-हारा मेहसूस करते हैं।अपर्याप्त नींद आपके मूड को मेंटल अवेयरनेस, एनर्जी लेवल और फिजिकल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।इसलिए कहा जाता हैं कि स्ट्रेस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पर्याप्त नींद जरूर लें।

जवान बने रहने के लिए क्या करें

६० कि उम्र में आप २५ जैसा नहीं खा सकते है| हर उम्र में सिमित मात्रा मई ही खाना चाहिए और अच्छे से ख्याल रखना चाहिए सेहत का| यह कहा जाता है कि आहार हमेशा उम्र, लिंग और रोज का काम के हिसाब से लेना चाहिए| बिलकुल वैसे ही जैसे छोटे बच्चो के लिए अलग आहार कि आवश्यकता होती है और एक गर्भवती महिला के लिए अलग|
उम्र बढ़ने पर पोषक तत्वों कि सिमित बढ़ती है और बदलती है इसलिए आपको आपके उम्र, लिंग और काम के हिसाब से आहार का सेवन करना चाहिए| कुछ जानकारी आपके लिए निचे दी गयी है|

अगर आप १० वर्ष के है तो|

१० वर्ष क बच्चो के लिए आहार मई प्रोटीन कि मात्रा ज्यादा होनी चाहिए जैसे कि फल, ड्राई फ्रूट्स, आलू, गोबी, ग्रीन बीन, ब्रोकोली, बाजरा, राजमा आदि| इसके अलावा उनके आहार में दही, दूध आदि बी शामिल करना चाहिए|

अगर आपकी उम्र २० वर्ष कि है तो|

२० वर्ष कि उम्र में हड्डियां और मॉस जल्दी से बढ़ता है इसलिए इस उम्र में कैल्शियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स वाली चीज़े शामिल करनी चाहिए| जैसे कि नट्स, फल, जूस, ड्राई फ्रूट्स, दूध, दही, प्रोटीन से भरा खाना सब्जी आदि का सेवन करना चाहिए|

अगर आप ३० वर्ष के है तो|

इस उम्र में आपके शरीर मई बहोत बदलाव आते है और इसलिए आपको अपना आहार अच्छे से लेना चाहिए| इस उम्र मई स्वस्थ रहने के लिए आपको अंडा, नारियल, जैतून का तेल और फल को शामिल करे| यह उम्र मई एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन इ का पूरा सेवन ले|

अगर आप ४० कि उम्र के है तो|

इस उम्र में आपको बीमारी होने का सबसे ज्यादा दर रहता है इसलिए इस उम्र मई आपको फल, गोबी, पत्तागोबी, ब्रोकोली, लहसुन, प्याज़, आदि को अपने आहार मई अधिक मात्रा मई शामिल करना चाहिए|

अगर आप ५० कि उम्र के है तो|

इस उम्र मई आपकी हड्डियां और मासपेशियां कमजोर होने लगती है| इसलिए आपको अपने आहार में प्रोटीन कि मात्रा बढ़ा देनी चाहिए और फल, नट्स, का सेवन करना चाहिए|
इस तरह ऊपर दी गयी टिप्स से अपना ख्याल रखे और स्वस्थ रहे|

पीएम किसान मोबाइल ऐप के फायदे जानने के साथ जानें क्या-क्या सुविधाएं है इस ऐप में!

देश में किसान की अहमियत क्या है, यह तो सब जानते ही है। देश के प्रधानमंत्री ने हमारे देश के किसानों के लिए एक स्कीम की है लॉन्च। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कोई दूसरी जगह जाने की जरूरत नहीं है। आपको बस घर बैठे ही स्मार्ट फोन में यह ऐप डाउनलोड करना है। इस योजना के तहत भारत का कोई भी किसान प्रति वर्ष घर बैठे ही 6000 रुपए पा सकता है। 2000 के तीन किश्तों में दिए जाएंगे यह रुपए!

  • देश के किसानों के खातों में अब तक 93,000 करोड़ रुपए हो चुके है ट्रांसफर।
  • PM-KISAN के तहत सभी पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं।
  • यह भी बताया जा रहा है कि अब तक किसी सरकार ने इतनी बड़ी रकम किसानों के हाथ में नहीं दी है। 

जानें इस ऐप के लाभ एवं इस पर रजिस्ट्रेशन किस प्रकार किया जाए!

जब 2018 में इनफॉर्मली शुरुआत की गई थी तब रूल था कि जिसके पास कृषि योग्य खेती 2 हेक्टेयर (5 एकड़) है उसी को लाभ मिलेगा। किन्तु, अब यह रूल बदल चुका है और इसका लाभ अधिक से अधिक लोग लें सके इसलिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन का तरीका निकाला। क्योंकि, पहले लेखपाल, कानूनगो और कृषि अधिकारी के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाना होता था।

रजिस्ट्रेशन करने के लिए –

  • आपके पास स्मार्ट फोन होना चाहिए, आधार कार्ड, बैंक में एकाउंट। 
  • आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना ऐप के जरिए भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते है।
  • इस जानकारी के तहत आप pmkisan.nic.in  लिंक को खोलें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाए।
  • यदि, कुछ दुविधा हो तो हेल्पलाइन नंबर डायल करें।

मच्छर काटने से पड़ने वाले लाल रंग के चकत्तों और खुजली को दूर करेंगे ये 5 घरेलू उपाय!

दिन प्रतिदिन बीमारियाँ बढ़ रही है। जिसके चलते लोगों को सावधानी अधिक बरतनी पढ़ रही है। हर बदला मौसम उमंग नए फल-फूल और बदलाव लाता है! किन्तु, क्या आप जानते है, मौसम के बदलने से बीमारियाँ तो आती है किन्तु, उस बीमारी की फैलाने का काम मच्छर भी करते है। 

चाहे मच्छरों को भगाने के लिए कितनी ही दवाओं का इस्तेमाल किया जाए किन्तु, वह कई ना कई से पहुंच ही जाते है। मच्छर ना केवल सिर्फ एक का वायरस दूसरे में फैलाता है बल्कि, मच्छर के काटने से भी कई बीमारियाँ एवं एलर्जी होती है जो उनके अंदर पहले से होती है। 

मच्छर ना केवल नींद खराब करके पीड़ा देते है किन्तु, उसके काटने से जो लाल धब्बे होते है उससे हमारी स्किन पर भी असर होता है। 

यदि, कभी कोई त्योहार या खास अवसर में ऐसा हो तो क्या किया जाए?

आइए जानते है, ज़िद्दी मच्छरों के लाल दाग से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय!

ठंडा बर्फ देगा मच्छरों से हुए दर्द को मार!

बर्फ – यह जानकर हैरानी होगी? किन्तु, यह सत्य है कि ठंडा बर्फ मच्छर से हुई पीड़ा में आपको आराम देगा और शरीर में वायरस भी नहीं फैलेगा। बर्फ को संक्रमित जगह पर लगाने से दर्द में राहत मिलेगी और सूजन भी कम होने लगेगी!

नमक का पेस्ट!

नमक सब्जी में डालें तो स्वाद बढ़ता है और मच्छर के काटने कि जगह पर लगाएँ तो? घबराए नहीं सूजन को बढ़ाता नहीं कम करता है। नमक में पाए गए एँटीसेप्टिक गुण सूजन को कम करने में मदद करता है। नमक में पानी की कुछ बूंद डालें और पेस्ट बनाकर संक्रमित जगह पर लगाएँ!

शहद करेगा दर्द का The End!

शहद एक प्रिय और अधिक लाभकारी औषधि है! यह एँटीबैक्टीरियल और एँटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इसके इस्तेमाल से आपको काफी राहत मिलेगी। इसे लगाने से आपकी सूजन, खुजली और दर्द दोनों ही कम होगा। 

लहसुन है उपाय!

लहसुन के इस्तेमाल से मच्छर के काटे हुए दर्द को ठीक करने की भी क्षमता होती है। हालांकि, एक बात पर गौर करना अधिक आवश्यक है कि लहसुन को सीधे त्वचा पर लगाने से जलन अधिक होती है इसलिए लहसुन को कुचल लें और इसे लोशन या नारियल का तेल मिला कर लगाएँ!

तुलसी से होगा फुल्सी का अंत!

अधिकाँश इटालियन खाद्य पदार्थों में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है और भारत में तो युगों से इसका इस्तेमाल हो ही रहा है। तुलसी में यूगेनोल नामक यौगिक होता है जो आपकी त्वचा में खुजली से राहत देता है।

Kya दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर हल्दी का लेप कोरोना का संक्रमण समाप्त हो जाएगा ?

कोरोना में अफवाओं का बाजार गरम है कृपया ऐसे कोई अफवा न फैलाये न फैलने दे , आस्था के साथ खिलवाड़ किआ जा रहा है,

अभी एक मैसेज Whatsapp पे वायरल हो रहा है और लोग बिना सोचे समझे इसे मान रहे है और अपने मित्रो को Forward कर रहे है

अभी अभी जानकारी मिली है कि ग्राम नागेलाव वाया पीसांगन जिला अजमेर में एक बालिका का जन्म हॉस्पिटल में हुआ l बालिका ने जन्म लेते ही बोली कि भारत में जो कोरोना वायरस संक्रमण फैला हुआ है उसके बचाव के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर हल्दी का लेप (मेहंदी की तरह) लगाना है l इससे कोरोना का संक्रमण समाप्त हो जाएगा सभी नागरिक सकुशल रहेंगे l यह कहकर बालिका की उसी समय मृत्यु हो गई यह देखकर अस्पताल के डॉक्टर भी आश्चर्यचकित हो गए l अतः आपसे निवेदन है कि आप भी तत्काल इस तरह का लेप अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर लगाकर कोरोना वायरस संक्रमण से अपना एवंअपने परिवार का जीवन को बचाएं l यह फेक न्यूज़ नहीं है सत्य घटना है

भगवान को कोई सन्देश देना हो तो कभी इस तरह से सन्देश नहीं देंगे और देंगे भी तो वो न्यूज़ को डॉक्टर अपने न्यूज़ चैनल पे आके बतायंगे ,Whatsapp पे आधी से जड़ी इस तरह की जानकारी Fake होती है.