बताया जा रहा है की राम चरित्र मानस रामायण के अध्याय बालकाण्ड पेज पर से बाल जैसी चीज निकल रही है। ऐसा एक नहीं बल्कि कई रामायण में से निकलना बताया जा रहा है।
आज के ज़माने के लोग इस्पे विस्वास नहीं कर रहे है , पर जैसे ही रामायण में बाल देखते है उनको विश्वास हो जाता है कि खबर सच्ची है
किस रामायण में बाल निकल रहा
बाल उसी रामायण में निकल रहा है जो रामायण जागृत की गई हो मतलब जिसे बार बार पढ़ा गया हो तो अगर आपके रामायण में बाल नहीं निकला है तोह यह मत सोचयेह किसी का नहीं निकलेगा , अपने घर में रखी हुए पुराणी रमैया उठके देखिएः उसमें मिलेगा
क्या करे Ramayan मैं निकले हुए बाल का
लोग कह रहे है की इस बाल को पानी में डाल पर चरणामृत की तरह प्रसाद में पीने से कोरोना वायरस जैसी महामारी नहीं फैलेगी।
बता दे कि ये सारा किस्सा एक व्हाट्सएप मेसेज आनेके बाद से शुरू हुआ है। गुना से व्हाट्सअप पर मेसेज आया था जिसमे वर्तमान में चल रही महामारी को रोकने का उपाय सुझाया गया था। भेजने वाले का नाम श्री कृष्णा पंडित शिवदयाल भार्गव पीपल खेड़ी जिला गुना मध्य प्रदेश है।
जिसमे लिखा था आप सभी को सादर जय श्री कृष्णा एवं आप सभी से एक अपील आपके घर में अगर रामचरितमानस है तो इसी समय रामचरितमानस के एक पेज नंबर से और बालकांड के अंतिम पेज इनके बीच में कहीं पर भी एकबाल निकलेगा बारीकी से देखना है उस बाल को एक कटोरी पानी में डाल कर के पूरे घर के सदस्यों के ऊपर उस पानी को छिड़कना है एवं थोड़ा पानी चरणामृत की करें पीना है
इससे कोरोना वायरस का खतरा लगभग दूर हो जाएगा हमारे हिमालय वासी संत जी द्वारा द्वारा हमारे सभी भक्तजनों के और सब के कल्याण के लिए यह संदेश भेजा है इसको मिथ्या ना समझें और हास्य कविता ना समझते हुए गंभीरता से लेकर यह कार्य करें
आप सभी का शुभेच्छु जय श्री कृष्णा पंडित शिवदयाल भार्गव.
आपको विश्वास नहीं होता है इन बातों पे तो Youtube पे ऐसे वीडियो dekh sakte hai
ये हम हैं ख़ुद अज़माया और पे सही है, आप भी हैं ख़ुदा देखिये और तेरी एस पोस्ट पे अपना विचर डे